Akshaya Trithiya - A Golden day from golden eras'

सारे संसार का अलौकिक दिन है आया
जिसे सदियों से भारत ने है मनाया।
कहते हैं दिनों में स्वर्ण दिन है अक्षय तृतीया
अपना भाग्य बदलने को हमने वरदान में पाया।

आज सूर्य चंद्र सशक्त श्रेष्ठ समागम होते
सारे संसार पर संतृप्त आशीर्वाद है बरसाते।
सूर्य मित्र बनकर तेज को तोहफे में देते
चंद्र भ्राता बन लक्ष्मीजी को घर लेे आते।

युग उद्धारक परशुराम अवतरित इसी दिन तो हुए
इस दिन त्रेता युग का आगमन हुआ श्री राम केलिए।
वेद व्यास जी महाभारत ग्रंथ रचने को यह दिन चुने।
श्री कृष्ण ने सुदामा को कष्ट मुक्त कर धनी बनाए

ऐसा अद्भुत है ये दिन सभी मनाभिस्ट पूर्ण है होते
तेजस्वी, श्रेयसवी, यशस्वी, कीर्तिमान है हम बनते।
धन, अष्ट ऐश्वया, समवृद्धी, लाभ अधिक ही पाते
शांति, पुष्टी तुष्टी, आरोग्य से सारा जीवन बिताते।

यही विनती है मेरी की यह दिव्य मौका ना गवाना
साल में एक दिन है मिलता सूर्य चंद्र को मनाना।
पूजा-पाठ, ध्यान-जाप से करो उनकी आराधना
सुखमय, मंगलमय जीवन पाओ ये है मेरी प्रार्थना।

Wishing you all a graceful and blessed Akshaya Tritiya 2020. May you achieve the best of all that you envision for the self evolution, enlightenment and progress of our Nation. With best wishes from:- Dr. Avinash Salgar & Family

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