Deva Deva Varasidhi Vinayaka - Bhajan

 देव देव वर सिद्धिविनायक

देहि अभय अभीष्ट प्रदायक


शंकर तनय गिरिजा नंदन

शम्भो प्रियवर देव गजानन

शम दम रज तम सात्विक गुण निधे

शरण वत्सल करुण वारिधे 

शरण वत्सल  कारुण्य वारिधे


देव देव वर सिद्धिविनायक

देहि अभय अभीष्ट प्रदायक


तत त धीम कु तक ताधिक धीम कु तक

तत धीमी तक धीमी तगुन तदि गिट तोम

तांडव नृत्य निरंतर निरत

तारका नाम साधन संप्रीत


देव देव वर सिद्धिविनायक

देहि अभय अभीष्ट प्रदायक


काशी मठाधीप सुरती यतिवर

श्री भुवनेंद्र करे सुप्रतिष्ठित

कामित फल प्रद महागणपती

श्रीयम ज्ञान अभयं देहि देहि 


देव देव वर सिद्धिविनायक

देहि अभय अभीष्ट प्रदायक


On A Tribute to Corona Warriors







The words from a Doctor for the "awesome & astounding thanks giving" to all the people of Bharat & it's Defense Forces.

आज ये कैसा दिन आया जब चुई चेहरे को सूरज की पहली किरण,
जैसे वो स्पर्श से बोल रही थी लाए हम खुशियां बिना किसी कारण।
हर दम झूंझ रहे थे हम छीन लें मरीजों के मूह से उनका यह मरण,
महामारी की इस गंभीर स्तिथि पर काबू करें और लाए उसपर नियंत्रण।

चालीस दिनों में पहली बार निकले बाहर खुले में सांस लेने को
बाहर पैर रखते ही देखा एक सुसज्जित सेना की टुकड़ी को।
अपनी टीम भी पहुंची, लोग भी पहुंचे देखने इस अद्भुत नजारे को,
तभी ठाठ से बैंड के साथ सैल्यूट दिया सेना दल ने हम सभियों को।

देखते ही देखते पुष्प बरसाए आसमान से वायु सेना की टुकड़ी ने,
बीच समुंदर के लहरों से भेजी कृतज्ञता नव सेना कि टुकड़ी ने।
पहली बार अद्भुत तरीके से इतना प्यार भरा सम्मान पाया हमने,
अकेले नहीं आपके परिवार सदस्य है हम ये एहसास दिलाया आपने।

नम हो गईं आंखें इस इज्जत व हौसला आफ़ज़ाई पा कर,
थके हारे वैद्य जीवों में नई जान फूंक दी आपने प्रेरित कर।
अब वादा करते हैं हम आपसे मिटाएंगे ये corona का डर,
अब इस महामारी की मृत्यु को शिकस्त दे कर ही  जाएंगे हम अपने घर।

धन्यवाद हम भी करते आप सब सेना और अन्य देश जनों का,
कभी ना हम भूल पाएंगे आपके इस असीम प्यार भरे क्षणों का।
इस प्यारे अभियान से आपने ताज़ा किया है हमारे वैद्य शापत का,
अपार शक्ति भी मिली है हमें अपने कर्म से देश की सेवा करने का।

With deep gratitude to all,
By Dr. Avinash Salgar
Written on an unforgettable day - TODAY

Akshaya Trithiya - A Golden day from golden eras'

सारे संसार का अलौकिक दिन है आया
जिसे सदियों से भारत ने है मनाया।
कहते हैं दिनों में स्वर्ण दिन है अक्षय तृतीया
अपना भाग्य बदलने को हमने वरदान में पाया।

आज सूर्य चंद्र सशक्त श्रेष्ठ समागम होते
सारे संसार पर संतृप्त आशीर्वाद है बरसाते।
सूर्य मित्र बनकर तेज को तोहफे में देते
चंद्र भ्राता बन लक्ष्मीजी को घर लेे आते।

युग उद्धारक परशुराम अवतरित इसी दिन तो हुए
इस दिन त्रेता युग का आगमन हुआ श्री राम केलिए।
वेद व्यास जी महाभारत ग्रंथ रचने को यह दिन चुने।
श्री कृष्ण ने सुदामा को कष्ट मुक्त कर धनी बनाए

ऐसा अद्भुत है ये दिन सभी मनाभिस्ट पूर्ण है होते
तेजस्वी, श्रेयसवी, यशस्वी, कीर्तिमान है हम बनते।
धन, अष्ट ऐश्वया, समवृद्धी, लाभ अधिक ही पाते
शांति, पुष्टी तुष्टी, आरोग्य से सारा जीवन बिताते।

यही विनती है मेरी की यह दिव्य मौका ना गवाना
साल में एक दिन है मिलता सूर्य चंद्र को मनाना।
पूजा-पाठ, ध्यान-जाप से करो उनकी आराधना
सुखमय, मंगलमय जीवन पाओ ये है मेरी प्रार्थना।

Wishing you all a graceful and blessed Akshaya Tritiya 2020. May you achieve the best of all that you envision for the self evolution, enlightenment and progress of our Nation. With best wishes from:- Dr. Avinash Salgar & Family

Hey Jag Janani Maa - Kuladevi Bhajan

                                ॐ   श्री   कुलादेव्यै नमः 














हे जग जननी माँ करुणामयी श्यामा
मम हृदय निवासिनी भाग्य प्रदायिनी मंगलकारिणी माँ
हे माँ  हे माँ

विद्या दायिनी बोध प्रदायिनी
ज्ञान विवर्धिनी माँ
विवेक-वैराग्य निधि प्रदायिनी
मार्ग दर्शिनि माँ


दुष्ट शिक्षिणी शिष्ट रक्षिणी
रिपु-दल वारिणी माँ 
तू दुःख दलिनी त्रिलोक पालिनी
चिर-सुखदायिणी माँ


हे महालक्ष्मी हे शांतादुर्गी 
मम उद्धारिणी माँ 
सर्व योग सुख: अभय देहि मे 
रक्षा देहि में माँ 

हे जग जननी माँ करुणामयी श्यामा
मम हृदय निवासिनी भाग्य प्रदायिनी मंगलकारिणी माँ
हे माँ  हे माँ


अविनाश सालगर विरचिता श्री श्रीमहालक्ष्मी   श्री श्रीशांतादुर्गी  कुलदेवी अर्पणमस्तु 

Seeking the grace from the ever blessful Divine Mother of my Kula - Shri Mahalakshmi & Shri Shantadurgi. May your grace ever be on me and my family.