Atal Bihari Vajpayee - A man respected even by the opposition....
आज का जान सैलाब देख कर सर उठा मेरा फक्र से
आया सपूत गोद मेरे कहती माँ भारती देश से।
अटल रहो अटल बनो जब देश की उन्नति की बात हो
निडर रहो अविश्वास सहो जब विपक्ष या शत्रु का आघात हो।
दोस्ती केलिए बस चलाई तो जवाब में वो खाने लगे कारगिल को
अटल धैर्य व सैन्य पराक्रम से सुलझाए देश के इस संकट को।
सधर्मी सदाचार सद्कर्मों से चला मेरा पुत्र अटल
खुशहाल सकुशल सक्षम सुरक्षित जनादेश बनाया सफल।
न तीर से न तलवार से ना गोलियों के बौछार से
लोगों के सिर झुक गए उनकी कविताओं के प्रभाव से।
अटल की यह अंतिम यात्रा याद रहेगी सदा मुझे उम्र भर
फक्र व श्रद्धा से मैं नमन करता उनके इस अंतिम यात्रा पर।
A tribute to a great son of India written watching his funeral march on the 16th Aug 2018 - A date unforgettable in India's modern history....
Jai Hind
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