Maa Tujhe Salam .... A tribute to our own Bharat Maa

माँ तुझे सलाम....

गोद में पैदा तेरे पले-बढ़े हुए वोह नहीं हैं आम,
गाँधी सुभाष नरेंद्र हुए और कई हुए है SAM ।।
कुछ ना कुछ तो सभी देगये शहर से हो या ग्राम
जीवन को हर दाव पे लगाते बिना किसी विश्राम।।

ना किसी देवी के रूप पे ना किसी भगवन के नाम
मर मिटने केलिए सब खड़े होंगे गर लें आपका नाम।।
हर आक्रामक दुश्मन को खदेड़ देंगे लेकर तेरा नाम
इतनी शक्ति तेरे नाम में है मैया न कृष्ण में है न ही राम।।

वेद विज्ञान से विकासित है अब हर प्रान्त और ग्राम
योग विश्व में हुआ प्रचलित सबसे उपयोगी व्यायाम।।
तेरी सनातन संस्कृति को अब सारा विश्व करता प्रणाम
सर्व प्रथम तुम्हारा नाम हो मैया शांति हो या संग्राम।।

वक्त वक्त के रक्त रक्त से रंगा है तेरा ये आँचल,
खंड खंड कर रुंड रुंड को वीरों ने ये किया सफल।।
छिन्न छिन्न व भिन्न भिन्न करने आये असंखितं शत्रु मचल
क्षण क्षण हर कण कण बचाती तनोत माता तू रही अटल।।
   
जानकार तुम्हारी असीम शक्तियां दिल शत्रु का थर्राया
देख के तेरे हाथ में धर्मध्वज सर काफिर का झुक गया।।
सत्यम एव जयते का पाठ है तुमने जग को सिखलाया,
"सत्यं वद धर्म्म चर" तुम्हारे वीर सपूतों ने है अपनाया।।

यही अभिलाषा है मेरी मैया जब तक घट में प्राण
सदा तुम्हारे काम मैं आऊं करूँ ऊंचा तुम्हारा मान ।।
इस अड़सठ गणतंत्र दिवस पर मैय्या मुझे दो वरदान
आप ही के गोद में पुनर्जन्म हो और कर्म भूमि यह स्थान।।

यह है अविनाश का आत्मा पूर्वक प्रणाम
हे जननी जन्म भूमि, माँ तुझे सलाम।